श्रीलंकाई क्रिकेट का राजकुमार, कुमार संगकार अब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलते नहीं दिखाई देंगे.उनके सन्यास लेने के बाद श्रीलंकाई क्रिकेट के एक युग का अंत हो गया है. कोलंबो के पी सारा ओवल मैदान में भारत के खिलाफ श्रृंखला के दूसरा टेस्ट उनके क्रिकेट करियर का अंतिम टेस्ट था. इस मैदान की सबसे दिलचस्प बात यह है कि यह एशिया का एकमात्र मैदान है जहां सर डॉन ब्रैडमैन खेले थे. हालांकि इस चैंपियन बल्लेबाज को हार के बाद टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहना पड़ा. ऐसा ही कुछ 2015 विश्वकप के कवार्टर फाइनल में भी हुआ था. वह संगकारा के एकदिवसीय क्रिकेट का आखिरी मैच था. क्रिकेट के सबसे छोटे फॉर्मेट में उनकी विदाई धमाकेदार रही है उन्होंने बांग्लादेश में भारत के खिलाफ खेले गए टी-20 विश्वकप फाइनल में अपनी टीम को विश्वचैंपियन बनाकर करियर का समापन किया था. अब श्रीलंकाई टीम की जिम्मेदारी पूरी तरह नई पीढ़ी के हाथों में स्थानांतरित हो गई है. जिस भारत के खिलाफ संगकारा ने अपना अंतिम टेस्ट मैच खेला उसी भारत के खिलाफ संगकारा ने अपना पहला टेस्ट शतक साल 2001 में गॉल में लगाया था. [Read More…]
-
कुमार संगकारा का संन्यास : क्रिकेट के एक युग का अंत
-
बंगाल टाइगर का बढ़ता कद
बंगाल टाइगर की दहाड़ आजकल क्रिकेट की दुनिया में हर जगह सुनाई पड़ रही है. ऐसा लगता है कि बांग्लादेश का कायाकल्प हो गया है. श्रीलंका की तरह बांग्लादेशी क्रिकेट टीम का एकदिवसीय क्रिकेट की एक बड़ी टीम के रूप में हो रहा है. बांग्लादेश की इस टीम ने पिछले आठ महीनों में दुनिया की टॉप पांच टीमों को एकदिवसीय सीरीज में पटखनी दी है. यह सिलसिल पिछले साल नवंबर में शुरू हुआ था. बांग्लादेश ने उस सीरीज में जिंबाब्वे को 5-0 के अंतर से मात दी थी. [Read More…]
-
लोढ़ा कमेटी का फैसला : एक कदम स्वच्छता की ओर
आईपीएल में अब तक देखने में आया है कि वह सफलता की ओर एक कदम आगे बढ़ता है लेकिन विवादों की वजह से दो कदम पीछे आ जाता है. एक बार फिर देखने में आया है. सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित न्यायमूर्ति आर एम लोढ़ा समिति ने स्पॉट फिक्ंिसग मामले में अपना फैसला सुनाते हुए आईपीएल की दो दिग्गज टीमों चेन्नई सुपर किंग्स(सीएसके) और राजस्थान रॉयल्स(आरआर) को दो साल के लिए निलंबित कर दिया है. वहीं सीएसके के पूर्व ऑफीशियल और पूर्व बीसीसीआई प्रमुख एन श्रीनिवासन के दामाद गुरुनाथ मैयप्पन एवं राजस्थान रॉयल्स टीम के सह-मालिक राज कुंद्रा पर समिति ने आजीवन प्रतिबंध लगा दिया है. [Read More…]
-
कितना सफल होगा डे-नाइट टेस्ट
परिवर्तन प्रकृति का नियम है. यदि कोई परिस्थितियों के अनुकूल ढ़लने में असमर्थ होता है तो उसका अस्तित्व खतरे में पड़ जाता है. टेस्ट क्रिकेट के सामने अस्तित्व का संकट लंबे समय से मुंह बाये खड़ा है. टेस्ट क्रिकेट के वजूद को बचाए रखने के कई तरह की योजनायें बनाई गईं, लेकिन उन योजनाओं का कोई असर होता दिखाई दिया. टी-20 क्रिकेट के पदार्पण के बाद टेस्ट क्रिकेट की लोकप्रियता में अचानक से गिरावट दर्ज की गई. हालांकि फटाफट क्रिकेट का असर टेस्ट क्रिकेट में सकारात्मक असर भी हुआ. टेस्ट क्रिकेट में भी तेजी आई और अधिकांश टेस्ट मैचों के परिणाम निकलने लगे. टेस्ट मैचों में की नीरसता के स्तर में भी कमी आई. [Read More…]
-
स्टीव स्मिथ: क्रिकेट का सुपरमैन
ऑस्ट्रेलिया ने विश्व क्रिकेट को सर डॉन ब्रैडमैन से लेकर रिकी पांटिंग तक कई महान खिलाड़ी दिए हैं. ऑस्ट्रेलिया के नई पीढ़ी के क्रिकेटरों में से एक स्टीव स्मिथ भी उसी दिशा में आगे बढ़ रहे हैं, आज वह दुनिया के नंबर एक टेस्ट बल्लेबाज भी बन गए हैं.
ऑस्ट्रेलिया के भावी कप्तान स्टीव स्मिथ हर दिन सफलता के शिखर पर चढ़ते जा रहे हैं. साल 2010 में एक स्पिन गेंदबाज के रूप में लॉर्डस के ऐतिहासिक मैदान पर पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट पदार्पण करने वाले स्टीव आज ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट का सबसे चमकता सितारा हैं. एक औसत दर्जे का स्पिन गेंदबाज अचानक से ऑस्ट्रेलियाई टेस्ट टीम की बल्लेबाजी रीढ़ बन जायेगा, ऐसा किसी ने सपने में भी नहीं सोचा था. उनके नाम जितने टेस्ट विकेट(15) हैं उससे ज्यादा शतक और अर्धशतक हैं. इस तरह की अनहोनी कोई सुपरमैन ही कर सकता है. अपने पदार्पण टेस्ट मैच में वह आठवें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतरे थे और दो पारियों में 8 और 12 रन बनाये थे. मैच की पहली पारी में उन्हें गेंदबाजी का मौका नहीं मिला था लेकिन दूसरी पारी में वह 3 विकेट लेने में सफल हुए थे. करियर की शुरूआत स्टीव ने जीत के साथ की थी. इसके बाद सीरीज के दूसरे टेस्ट मैच की दूसरी पारी में उन्होंने 77 रनों की महत्वपूर्ण पारी खेली थी और ऑस्ट्रेलिया को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया था. पहली पारी में ऑस्ट्रेलियाई टीम महज 88 रनों पर ढ़ेर हो गई थी. साल 2010-11 में उन्हें ऐशेज सीरीज के दौरान तीन टेस्ट खेलने का मौका मिला था. लेकिन इस बार उन्हें टीम में बतौर बल्लेबाज जगह दी गई थी, उन्होंने इस बार छठवें नंबर पर बल्लेबाजी की. सीरीज में उनका प्रदर्शन बेहतरीन रहा और उन्होंने दो अर्धशतक लगाये. इसके बाद अगले 2 साल तक स्मिथ को टेस्ट टीम में जगह नहीं मिल सकी. तीन साल के अंतराल में वह केवल पांच टेस्ट खेल सके थे. साल 2013 के भारत दौरे के लिए उन्हें टीम में शामिल किया गया. यह दौरा उनके करियर का अहम पड़ाव साबित हुआ. मोहाली में खेले गए सीरीज के पहले टेस्ट मैच में स्मिथ ने 92 रनों की पारी खेली. इसके बाद स्मिथ टीम ऑस्ट्रेलियाई टेस्ट टीम के नियमित सदस्य बन गए और एक विशुद्ध बल्लेबाज के रूप में खेलने लगे. 2013 की ऐशेज के आखिरी टेस्ट में उन्हें करियर का पहला टेस्ट शतक बनाने में कामयाबी मिली, इसके बाद स्मिथ ने पीछे मुड़कर नहीं देखा. छोटे से करियर में जिन ऊंचाइयों को स्मिथ ने छुआ है वह काबिले तारीफ है. इसी वजह से आज वह आईसीसी रैंकिंग में पहले पायदान पर पहुंचने में सफल हुए हैं. [Read More…]
-
खेलों की दुनिया का सबसे बड़ा घोटाला
अब तक दुनियाभर के खेलों में मैच फिक्सिंग के मामले सामने आते थे, लेकिन पहली बार मेजबानी फिक्सिंग का मामला सामने आया है. 2022 में आयोजित होने वाले फुटबॉल विश्व कप की मेजबानी फिक्स थी. कतर को मेजबानी दिए जाने का समर्थन करने के लिए फीफा के सदस्यों ने करोड़ों अमेरिकी डॉलर की रिश्वत ली थी. इस बात का खुलासा हाल ही में अमेरिकी जांच एजेंसी एफबीआई ने किया है. आश्चर्यजनक रूप से साल 2010 में ज्यूरिख में संपन्न हुई मेजबानों की चुनाव प्रक्रिया में कुल 22 में से 14 वोट कतर के पक्ष में पड़े थे. जनवरी 2011 में फीफा के अध्यक्ष सेप ब्लाटर कतर की राजधानी दोहा में एशियाई खेलों के आयोजन के पहले एक कार्यक्रम में पहुंचे और 2022 के फुटबॉल विश्व कप के सर्दियों में होने की उम्मीद जताई. 2018 और 2022 दोनों विश्व कप के लिए मेजबानों के चुनाव में भ्रष्टाचार के आरोपों ने मई 2011 में सिर उठाना शुरू किया, जब संडे टाइम्स अखबार ने इस संबंध में एक रिपोर्ट प्रकाशित की. [Read More…]
-
अजिंक्य रहाणे टीम इंडिया की अभेद दीवार
अजिंक्य का मतलब होता है अभेद. यानि जिसे भेदा न जा सके. 26 साल के अजिंक्य रहाणे अपने नाम के अनुरूप एक अभेद बल्लेबाज के रूप में बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे हैं और दुनिया भर के गेंदबाजों के लिए चुनौती बनते जा रहे हैं.द वॉल के नाम से विख्यात पूर्व भारतीय कप्तान राहुल द्रविड़ को अपना आदर्श मानने वाले रहाणे भारतीय टीम के ऐसे बल्लेबाज हैं, जो किसी भी क्रम पर बल्लेबाजी करने में सक्षम हैं. वह कभी ओपनिंग करते हैं, तो कभी मिडल ऑर्डर में खेलते हैं. इसी वजह से कई बार उनकी तुलना वीवीएस लक्ष्मण से भी की जाती है. आईपीएल के आठवें सीजन में राजस्थान रॉयल्स की ओर से खेलते हुए अजिंक्य रहाणे ने 13 लीग मैचों में लगभग 50 की औसत से 498 रन बनाये. [Read More…]
-
विश्व शिखर पर भारतीय खिलाड़ी
ओलंपिक कांस्य पदक विजेता भारतीय बैडमिंटन स्टार सायना नेहवाल ने हाल ही में विश्व बैडमिंटन रैंकिंग में नंबर एक पर पहुंचकर इतिहास रचा. वह विश्वरैंकिंग में पहले पायदान पर पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला और दूसरी बैडमिंटन खिलाड़ी हैं. उनसे पहले प्रकाश पादुकोण बैडमिंटन की विश्व रैंकिंग में पहले पायदान पर पहुंचने वाले एकमात्र भारतीय खिलाड़ी थे. टेनिस सनसनी सानिया मिर्ज़ा भी विश्व रैंकिंग में पहले पायदान पर पहुंचने की कगार पर पहुंच गई हैं. विश्व की नंबर एक खिलाड़ी बनने के बाद सायना ने कहा है कि रैंकिंग उनके लिए बहुत ज्यादा मायने नहीं रखती है, लेकिन हर खिलाड़ी अपने करियर में दुनिया का नंबर एक खिलाड़ी बनना चाहता है. रैंकिग से आपके प्रदर्शन की कंसिस्टेंसी प्रदर्शित होती है. सायना के लिए साल-2015 बहुत बेहतरीन रहा है. पहले तो वह वह ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचीं. जहां वह कार्लीना मरीन से पार नहीं पा सकीं. इसके बाद दिल्ली में उन्होंने इंडियन ओपन सुपर सीरीज का खिताब जीता, इसी जीत की वजह से वह विश्व रैंकिंग में पहला नंबर तक पहुंचने में सफल हुईं. हालांकि, वह ज्यादा दिनों तक नंबर एक की पोजीशन पर नहीं रह पाईं. विश्व की नंबर एक खिलाड़ी बनने के महज एक सप्ताह बाद ही उन्हें मलेशियन ओपन के सेमी-फाइनल में चीनी खिलाड़ी से मात मिली और उनसे विश्व नंबर एक का खिताब छिन गया. फिलहाल सायना नंबर दो पर हैं, यदि वह ऐसा शानदार प्रदर्शन करती रहीं तो निश्चित तौर पर दोबारा नंबर एक की पोजीशन हासिल करने में कामयाब होंगी. सायना इस बात से खुश हैं कि वह लगातार बेहतरीन प्रदर्शन कर रही हैं, यह उनके कठिन परिश्रम का नतीजा है. मुझे इस बात का दुःख है कि मैं लंबे समय तक नंबर वन पर नहीं बनी रह सकी, लेकिन मैं नंबर वन पर वापस पहुंचने की पुरजोर कोशिश करूंगी. मैं टॉप रैंक चीनी खिलाड़ियों को हराने में सफल रही हूं, यदि आगे भी यह सिलसिला चलता रहा तो मैं एक बार फिर विश्व की नंबर एक खिलाड़ी बन जाउंगी. [Read More…]
-
ऑस्ट्रेलिया : क्रिकेट का चक्रवर्ती सम्राट
विश्व का कोई ऐसा कोना नहीं बचा है जहां ऑस्ट्रेलिया ने अपना विययी परचम न लहराया हो. एशिया, यूरोप, अफ्रीका और अमेरिका से होते हुए उनका विजय रथ अपने ही वतन पर आ पहुंचा है. ऑस्ट्रेलियाई टीम क्रिकेट में सफलता का पर्याय बन गई है. मेन इन यलो का विश्व खिताब से ऐसा लगाव है कि वे इस खिताब से बहुत दिनों तक दूर नहीं रह सकते. यह बात इससे साबित होती है कि साल 1996 से 2015 के दरम्यान खेले गए छह विश्व कप में ऑस्ट्रेलिया पांच बार फाइनल में पहुंचा और चार बार विश्व चैंपियन बना. जिस तरह टेनिस में करियर ग्रैंड स्लैम पूरा करना एक उपलब्धि होती है उसी तरह ऑस्ट्रेलिया ने दुनिया के सभी महाद्वीपों में विजय ध्वज फहराकर क्रिकेट का चक्रवर्ती सम्राट बन गया है.
जैसे ही ऑस्ट्रेलिया के युवा बल्लेबाज स्टीव स्मिथ ने ऐतिहासिक एमसीजी मैदान पर विजयी चौका लगाया. वैसे ही ऑस्ट्रेलिया ने पांचवीं बार विश्वकप पर कब्जा कर लिया. सातवीं बार विश्वकप के फाइनल में पहुंची ऑस्ट्रेलियाई टीम पांचवीं बार विश्व विजेता बनी और पांचों महाद्वीप में विजयी परचम लहराने का अनोखा कारनामा कर दिखाया है. छह बार विश्वकप के सेमीफाइनल में पहुंची कीवी टीम सफलता की उड़ान नहीं भर सकी और एकतरफा फाइनल मुक़ाबले में ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजी के सामने धराशायी हो गई और ऑस्ट्रेलिया सात विकेट से जीत हासिल की. जिस आक्रामक अंदाज में न्यूजीलैंड ने सेमीफाइनल में दक्षिण अफ्रीका को मात दी थी. उसी वजह से खिताबी भिड़ंत के रोचक होने के कयास लगाये जा रहे थे. ऐसा इसलिए भी था क्योंकि लीग चरण में दोनों टीमों के बीच भिड़ंत हुई थी. वह मुकाबला बेहद रोमांचक रहा था. उस मैच में न्यूजीलैंड को एक विकेट से जीत हासिल हुई थी. लेकिन दोनों टीमों के बीच हुई खिताबी भिडंत पूरी एक तरफा रही. ऑस्ट्रेलिया ने पूरे मैच में कीवी टीम को उबरने का कोई मौका नहीं दिया. [Read More…]
-
दास्तान-ए-इंडियन फिक्सिंग लीग
क्या आईपीएल का भविष्य खतरे में है? क्या चेन्नई सुपर किंग्स आईपीएल से बाहर की जा सकती है? कुछ ऐसे ही सवाल क्रिकेट प्रेमियों के जेहन में उच्चतम न्यायालय द्वारा आईपीएल में मैंच फिक्सिंग की जांच के लिए न्यायमूर्ति मुदगल की अध्यक्षता में गठित की गई कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद उठने लगे हैं. इस रिपोर्ट में पुष्टि की गई है कि बीसीसीआई अध्यक्ष एन श्रीनिवासन के दामाद गुरुनाथ मय्यप्पन चेन्नई सुपर किंग्स का हिस्सा हैं. इस बात को जांच के दौरान श्रीनिवासन और कप्तान धोनी नकार चुके हैं. आईपीएल के संविधान के मुताबिक यदि किसी भी टीम का मालिक फिक्सिंग के आरोपों में दोषी पाया जाता है तो आईपीएल से टीम को भी बर्खास्त किया जा सकता है. मुदगल कमेटी की जांच से इतर चेन्नई सीआईडी की जांच में कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और सुरेश रैना के शामिल होने की बात भी सामने आई है. इसके बाद क्रिकेट प्रमियों के लिए क्रिकेट का क्या अर्थ रह जाएगा? क्या क्रिकेट रूपी धर्म अपने पतन की ओर तेजी से अग्रसर है?
संस्कृत में एक सूक्ति है, अति सर्वत्र वर्जयते. किसी भी चीज की अति ठीक नहीं होती है. बीसीसीआई को पैसे कमाने की ऐसी सूझी कि उसने क्रिकेट की विश्वसनीयता और खेल भावना दोनों को ताक पर रख दिया. आईपीएल-6 में सामने आए स्पॉट फिक्सिंग मामले में सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित मुद्गल कमेटी द्वारा रिपोर्ट पेश किए जाने के बाद भारतीय क्रिकेट में भूचाल आ गया है. एक बार फिर से क्रिकेट की नींव हिलने लगी है. बीसीसीआई अध्यक्ष एन श्रीनिवासन और चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और सुरेश रैना के ऊपर भी फिक्सिंग की परछाई पड़ रही है. रिपोर्ट में भारतीय क्रिकेट टीम में शामिल एक खिलाड़ी सहित छह प्रमुख भारतीय खिलाड़ियों के फिक्सिंग प्रकरण में नाम सामने आने के कारण उनपर गाज गिर सकती है. उच्चतम न्यायालय द्वारा नियुक्त किए गए तीन सदस्यीय पैनल ने अपनी जांच में एन श्रीनिवासन के दामाद गुरुनाथ मय्यप्पन के सट्टेबाजी में शामिल होने की पुष्टि की है. [Read More…]